श्री गणेशाजय मंगलमूर्ति ...श्री गणेशा ।जय विघ्न विनाशक। हरो कष्ट कलेशा।।संपूर्ण विश्व का उद्धार हो।जीवन का आविर्भाव हो।विपदा में दुनिया है सारी ।बस तुम पर आस बंधी भारी।अब कोरोना का संहार हो।जीवन का नवनिर्माण हो ।जय मंगलमूर्ति ....श्री गणेशा।जय विघ्न विनाशक हरो कष्ट कलेशा ।सारी दुनिया थम -सी गई है ।तेरी करुणा जम- सी गई है।संकट में शुभ और लाभ है।व्यवसायों से लक्ष्मी थम- सी गई है।जय मंगलमूर्ति श्री गणेशा ।करो कृपा अब कल्याण हो।दरिद्रता का कुछ समाधान हो।रिद्धि- सिद्धि का विस्तार हो।कोरोना का पातक काल हो।जय मंगलमूर्ति ....श्री गणेशा ।जीवन का अब विकास हो ।चिंता का कुछ ह्रास हो ।शुभ काज का आविर्भाव हो ।नित नव नवीन संसार है।स्वरचित रचनाप्रीति शर्मा असीमनालागढ़ हिमाचल प्रदेश
गुरुवार, 27 अगस्त 2020
कवयित्री प्रीति शर्मा असीम जी द्वारा गणेश चतुर्थी पर विशेष रचना
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